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Nikola Artificer एक ‘विद्वान वैज्ञानिक’ और ‘विज्ञान के महान आविष्कारक’ के रूप में जाना जाता है, ने विज्ञान की दुनिया को बदल दिया। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अनेक अविष्कार किए, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध अविष्कार विद्युत धारा प्रवाह (AC विद्युत) था। उन्होंने एक विद्युत उत्पादन और विद्युत आवृत्ति रूपी प्रयोग के लिए पेटेंट भी दाखिल किया। टेस्ला ने रेडियो तकनीक का विकास किया, जिससे बाद में वार्लेस टेलीग्राफ (वायरलेस टेलीग्राफ) के रूप में जाना जाने वाला अविष्कार हुआ।
नाम | निकोला टेस्ला |
जन्म तिथि | 10 जुलाई, 1856 |
जन्म स्थान | स्मिल्ज, आवस्यनिया (क्रोएशिया) |
मृत्यु तिथि | 7 जनवरी, 1943 |
मृत्यु स्थान | न्यूयॉर्क सिटी, यूएसए |
शिक्षा | बुदिमपेस्ट विश्वविद्यालय, प्राग विश्वविद्यालय |
पहला पेटेंट | विद्युत इंजन के लिए, अगस्त 1888 |
विशेष पहचान | विद्युत का महान वैज्ञानिक |
परिवारिक स्थिति | अविवाहित, एकांतवासी |
प्रमुख योगदान | वायरलेस ट्रांसमिशन, एसी प्रणाली, इंडक्शन मोटर |
उपलब्धि और सम्मान | ईडिसन मेडल, अल्बर्ट मेडल, मेडल ऑफ हॉनर आदि |
Nikola Tesla का जन्म10 जुलाई, 1856 में आज़रबाईजान के स्मिल्ज़ ग्राम में हुआ था। उनके पिता का नाम मिलुतिन टेस्ला और माँ का नाम जोर्जिना टेस्ला था। उनके पिता नाई थे और माँ एक गृहिणी थीं। बचपन से ही टेस्ला ने विज्ञान के प्रति अद्भुत रूचि दिखाई। उनके पिता ने उनके इस रुचि को समर्थन किया और उन्हें पढ़ाई के लिए उत्साहित किया। बचपन में निकोला टेस्ला बहुत ही उत्साही और अद्भुत बच्चा थे। उनके पिता एक नाई थे, जो उनकी शिक्षा और विज्ञान के प्रति रुचि को प्रोत्साहित करते थे। बचपन से ही उन्होंने जबरदस्त दिमाग और वैज्ञानिक रूचि के साथ दिखाई। वे अपने घर के पासी जंगल में खेलते रहते थे और वहां की प्राकृतिक वातावरण से उन्हें प्रभावित किया जो उन्हें विज्ञान की दुनिया में उत्सुक बनाता गया।
उनके बचपन की शिक्षा में उनके पिता का बड़ा योगदान था। वे उन्हें वेद, पुराण, तंत्र, वेदांत, भारतीय दर्शन और संस्कृत के पठन-पाठन में शिक्षित किया। निकोला टेस्ला का मानना था कि वेदों में समस्त ज्ञान छिपा हुआ है और उन्हें भारतीय विज्ञानिक और दार्शनिकों के अध्ययन से प्रेरणा मिलती थी। उनके पिता की मृत्यु के बाद, उन्होंने अपने विदेशी स्नेहियों के साथ विदेश जाकर अध्ययन करने का निर्णय लिया। उन्होंने 1884 में बुद्धिमानियत का अध्ययन करने के लिए न्यूयॉर्क शहर का चयन किया, जहां उन्हें विश्वस्तरीय वैज्ञानिकों और विद्वानों के साथ अध्ययन करने का मौका मिला। उनके उच्चतर अध्ययन के दौरान ही उन्होंने विद्युतीकरण के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई और अद्भुत आविष्कार किए।
वह एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक थे जिनकी विज्ञान के प्रति गहरी रुचि थी। उन्होंने बचपन से ही विज्ञान के क्षेत्र में अद्भुत प्रतिभा दिखाई थी। उनका मन सदैव खोजने और नए अनुसंधान करने की ओर रहता था। उन्होंने विद्युतीकरण, विद्युत विज्ञान, रेडियो तकनीक, और वायरलेस टेलीग्राफ जैसे क्षेत्रों में अनेक योगदान दिए। टेस्ला को उनकी नई सोच, उन्हें चुनौतियों का सामना करने की क्षमता और उनकी अनवरत उत्साह से अलग बनाता है, और इसीलिए उन्हें विज्ञान के आध्यात्मिक विख्याति का आदर्श माना जाता है। निकोला टेस्ला के योगदानों ने विज्ञान की दुनिया को बदला और उन्हें विज्ञान के महान आविष्कारकों में से एक बना दिया।
उनके द्वारा विद्युतीकरण की खोज विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण और अद्भुत परिवर्तन की शुरुआत थी। उन्होंने बिजली के विद्युत प्रवाह को विभिन्न तकनीकों के माध्यम से परिवर्तित और उपयोग में लाने के लिए कई अद्भुत उपकरणों का निर्माण किया।
टेस्ला के द्वारा विकसित टेस्ला कुंडल (Tesla Coil) एक ऐसा उपकरण था जिससे विद्युत ऊर्जा को उच्च वोल्टेज पर परिवर्तित किया जा सकता था। यह उनके अन्तर्भाग्य विज्ञानिकों को दिखाने का उदाहरण था, जो उच्च फ्रीक्वेंसी विद्युत प्रवाह के प्रभावित कारण चमकती बिजलियों और बिजली के वायरलेस प्रेषण को देखकर हैरान थे।
उन्होंने प्रतिधर्मी विद्युतीकरण प्रणाली का अविष्कार किया, जिससे विद्युतीकरण का प्रचार दूर दिशा में संभव हुआ। इसके माध्यम से उन्होंने विद्युतीकरण की ऊर्जा को दूर दिशा में बिना तार या संयंत्रों के प्रेषित किया।
उनका सबसे प्रसिद्ध अविष्कार था विद्युत ऊर्जा के बेतार (Wireless Energy Transfer) का, जिससे विद्युतीकरण का उपयोग दूर दिशा में भी संभव हो गया। उन्होंने दूर दिशा में बिजली को ताररहित रूप से प्रेषित करने के लिए प्रोटोटाइप तैयार किया था, जिसे आज भी विद्युतीकरण के क्षेत्र में अनमोल माना जाता है।
निकोला टेस्ला द्वारा किए गए विद्युतीकरण के अद्भुत अविष्कारों ने बिजली के उपयोग के क्षेत्र में वहाँ तक के संशोधन को प्रोत्साहित किया, जो आज भी विज्ञान और तकनीक में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। टेस्ला के विद्युतीकरण से जुड़े अविष्कार विद्युतीकरण के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत की।
वह एक वैज्ञानिक, अविष्कारक, और एक उद्यमी थे जिन्होंने विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण आविष्कार और खोज की थी। उनके आविष्कारों और खोजों ने विद्युत विज्ञान, बिजली तंत्र, और संचार के क्षेत्र में वहन नए मार्ग प्रदान किए, जिसने आधुनिक तकनीकी और इंजीनियरिंग को बदल दिया। कुछ प्रमुख आविष्कार और खोज निम्नलिखित हैं:
इंडक्शन मोटर: निकोला टेस्ला ने इंडक्शन मोटर का आविष्कार किया जो बिजली के एक उपकरण के रूप में व्यापक उपयोग होता है। यह मोटर बिना व्यावसायिक कंडक्टर या ब्रश के चलता है और विद्युत युद्ध के समय इसका उपयोग अधिकतर कारखानों में होता है।
विद्युत धारा (एसी) प्रणाली: निकोला टेस्ला के एक महत्वपूर्ण योगदान में से एक है विद्युत धारा प्रणाली (Alternating Current, AC)। उन्होंने विद्युत धारा के प्रसारण के लिए संभवत: सर्वाधिक उपयुक्तता वाली तकनीक विकसित की थी, जिसका उपयोग विद्युत संचार और बिजली के वितरण में किया जाता है। आज दुनियाभर में बिजली उत्पादन और वितरण में अधिकांश जगहों पर एसी प्रणाली का उपयोग होता है।
वायरलेस ट्रांसमिशन: टेस्ला ने वायरलेस ट्रांसमिशन के लिए काम किया था, जिससे विद्युत शक्ति बिना केबल के लंबी दूरी तक भेजी जा सके। इस खोज ने वायरलेस कम्यूनिकेशन और बिजली के प्रसारण में एक नया परिवर्तन किया और विज्ञानिकों को नए संभावनाओं के लिए खोल दिया।
टेस्ला कॉइल: निकोला टेस्ला ने विद्युत ऊर्जा को बढ़ावा देने और आकर्षक तरंगों को पैदा करने के लिए टेस्ला कॉइल का आविष्कार किया। यह एक विशेष उपकरण है जिसमें बिजली को उच्च ताक़तीय विकिरण के रूप में उपयोग किया जा सकता है। आज भी टेस्ला कॉइल का उपयोग विज्ञान शिक्षा और प्रदर्शनीय कार्यक्रमों में किया जाता है।
Tesla की पत्नी नाम Ekelia Tesla थी। वे निकोला टेस्ला के व्यक्तिगत जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थीं। हालांकि, एकेलिया टेस्ला के साथ उनकी शादी कभी नहीं हुई थी और निकोला टेस्ला ने विवाह नहीं किया था। वे अपने प्रोजेक्ट्स और विज्ञान के लिए अपना समय समर्पित करने में लगे रहे और इसके कारण उनकी प्राथमिकता शादी के लिए कभी नहीं रही।
उनकी मृत्यु 7 जनवरी, 1943 को हुई। वह अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के होटल रूम में रह रहे थे। उन्हें उस समय 86 वर्ष की उम्र थी। उनके मृत्यु का कारण प्राकृतिक मृत्युवादी हृदय गतिरोध या व्याधि थी, जिसके कारण उनकी मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद वह विश्व विज्ञान और तकनीकी में एक महान व्यक्तित्व के रूप में याद किया जाता है और उनके द्वारा किए गए अनेक आविष्कार और योजनाएं विश्वभर में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।
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